GRAP 3: दिल्ली-NCR में आज से लागू हुआ ग्रैप-3, जानिए किन कामों पर रहेगी पाबंदी?
GRAP 3: देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर में प्रदूषण अपने सभी रिकॉर्ड तोड़ रहा है। मौजूदा वक्त में एयर क्वालिटी का स्तर यानी AQI 400 पार है, जिसे बेहद गंभीर श्रेणी माना जाता है। आज से ग्रेप-3 के तहत नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं
GRAP-3 के तहत इन कामों पर लगी रोक
- GRAP-3 के दिशानिर्देशों के तहत आज से निर्माण कार्यों पर पूरी तरह से रोक रहेगी. साथ ही तोड़फोड़ की गतिविधियों पर भी बैन लगाया गया है।
- दिल्ली एनसीआर में GRAP-3 के तहत अब गैर-जरूरी खनन कार्यों को भी अगले आदेश तक के लिए बंद कर दिया गया है।
- GRAP-3 के तहत अंतरराज्यीय बसों पर प्रतिबंध रहेगा। हालांकि बीएस-VI डीजल मानकों के अनुरूप पेट्रोल-डीजल बसों को चलाने की अनुमति रहेगी।
- इसके अलावा दिल्ली एनसीआर में केवल इलेक्ट्रिक बसों और सीएनजी बसों को चलने की ही इजाजत दी जाएगी।
- GRAP-3 के तहत शैक्षणिक संस्थान वर्चुअल लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म पर शिफ्ट कर दिए जाएंगे. राजधानी दिल्ली में आज से सभी प्राइमरी स्कूलों को ऑनलाइन मोड पर शिफ्ट कर दिया गया है।
बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा खतरा
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गुरुवार को 428 के पार पहुंच गया, जो “बेहद गंभीर” श्रेणी में आता है। यह स्तर बच्चों और बुजुर्गों के स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक है। गंभीर स्थिति को देखते हुए कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने का आदेश दिया है।
CAQM ने निर्देश दिए हैं कि सड़कों की सफाई मशीन से बढ़ाई जाए और हॉटस्पॉट क्षेत्रों में विशेष रूप से पानी का छिड़काव किया जाए। ट्रैफिक के पीक समय में, धूल और प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों पर पानी छिड़कने पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है। इसके अलावा, अधिकतम सफाई प्रयास सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि प्रदूषण स्तर में कमी लाई जा सके। दिल्ली की वायु गुणवत्ता को नियंत्रित करने के लिए यह कदम अत्यधिक जरूरी माना जा रहा है।
दिल्ली मेट्रो को दी गई एक्स्ट्रा जिम्मेदारी
दिल्ली में GRAP-3 (ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान) के लागू होने के बाद, प्रदूषण नियंत्रण के उपायों के तहत दिल्ली मेट्रो ने आज 20 अतिरिक्त ट्रिप जोड़ने का फैसला किया है। GRAP-2 के तहत पहले से ही 40 अतिरिक्त ट्रिप चल रही थीं, जिससे अब कुल अतिरिक्त ट्रिप की संख्या 60 हो जाएगी। यह कदम दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को कम करने और सार्वजनिक परिवहन को प्रोत्साहित करने के लिए उठाया गया है। दिल्ली सरकार ने भी नागरिकों से अपील की है कि वे कारपूल करें और अधिक से अधिक सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, ताकि निजी वाहनों की संख्या कम हो और वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाया जा सके।